सफलता कैसे प्राप्त करें No Further a Mystery
सफलता कैसे प्राप्त करें No Further a Mystery
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दोस्तों समय का हमेसा सदुपयोग करें यह कितना कीमती है इसे बताने की आवश्यकता नहीं है इसे आप भली भांति समझते हैं। क्योंकि पैसा अगर एक बार चला गया तो उसे दोबारा पाया जा सकता है परन्तु जो समय बीत जाता है वह वापस नहीं आता।
पंचतंत्र की कहानी: गजराज और मूषकराज पंचतंत्र की कहानी – gajraj aur mushakraj
फिर क्या था पंचों ने अपना फैसला सुनाया कि सारे गवाहों और सबूतों को मद्दे नजर रखते हुए पंचायत इस नतीजे पर पहुंची है कि हंसिनी, उल्लू की ही पत्नी है। और हंस तत्काल गांव छोड़कर यहाँ से जाये।
इस प्रसंग से सीख – गाँधी जी का यह प्रसंग हमें बताता है कि हमें परीक्षा में कभी भी नक़ल नहीं करनी चाहिए बल्कि हमें जितना भी उस विषय के बारे में जानकारी पता है उसका उत्तर लिखना चाहिए.
यह एक अविश्वसनीय रूप से गर्म दिन था, और एक शेर बहुत भूख महसूस कर रहा था।
इस कारण से पड़ा था बजरंग बली का नाम हनुमान
फिर लम्बी बैठक और पंचायत के बाद पंच लोग किनारे हो गए और कहा कि भाई बात तो यह सहीं है कि हंसिनी हंस की पत्नी है परन्तु ये तो थोड़ी देर में चले जाएंगे परन्तु हमारे बीच उल्लू को तो हमेसा रहना है। इसलिए फैसला को उल्लू के हक में सुनाना चाहिए।
तभी एक व्यक्ति उस सड़क से गुजरते हुए वृद्धा के पास से निकला, वृद्धा ने उस व्यक्ति को आवाज लगायी और अपने बोझा को उठाने के लिए उस व्यक्ति से मदद की याचना की (मदद मांगी) उस व्यक्ति के चेहरे पर अजीब से भाव उभरे,
पंचतंत्र की कहानी: लकड़हारा और शेर – lakadhara aur sher
चाँद में दाग और दीपक के नीचे अँधेरा प्रेरक प्रसंग – ज्ञानवर्धक प्रेरणादायक हिंदी कहानी
गाँधी जी ने उनको बताया की अगर यह आम आदमी आपकी बराबरी का होता तो क्या आप तब भी इन्हें थप्पड़ मार देते.
“When I was 40 yrs aged, my spouse died of a scarce liver condition. She was 34. At some time, we had a 10-yr-aged daughter and I used to be the co-proprietor of the silkscreen enterprise in San Francisco. Just after her Demise, I spotted there was something more substantial I necessary to do in my existence, but experienced no idea what. So, I sold my fifty percent with the company to my lover and waited for direction to find out what to do next. My spouse experienced a great humorousness and, Even though there were many tears during the three several years of her terminal sickness, there was click here lots of laughter.
पंचतंत्र की कहानी: बिल्ली का न्याय – billi ka nyay
यह सुनकर हंस बेचारा हैरान था वह रोने, बिलखने लगा कि पंचायत ने गलत फैसला सुनाया है, उसके साथ अन्याय हुआ है। उल्लू ने मेरी पत्नी लेली ऐसा कहते हुए रोते बिलखते वह वहां से जाने लगा।